नई दिल्ली. देश के 1% अमीरों की संपत्ति निचले तबके के 95.3 करोड़ लोगों यानी 70% आबादी की कुल संपत्ति से भी चार गुना ज्यादा ज्यादा है। देश के 63 अरबपतियों की संपत्ति देश के एक साल के बजट से भी अधिक है। 2018-19 में देश का बजट 24 लाख 42 हजार 200 करोड़ रुपए था। दुनिया के 1% अमीरों के पास 6.9 अरब लोगों की कुल संपत्ति से दोगुनी दौलत है। दुनिया से गरीबी खत्म करने के लिए काम करने वाली संस्था ऑक्सफेम की सोमवार को जारी रिपोर्ट 'टाइम टू केयर' में ये आंकड़े सामने आए हैं।
टॉप सीईओ की 10 मिनट की कमाई, घरेलू काम करने वाली महिला की सालभर की आय के बराबर
रिपोर्ट में कहा गया है कि घर के काम करने वाली महिला को टेक कंपनी के टॉप सीईओ के एक साल के वेतन के बराबर कमाने में 22,277 साल लग जाएंगे। टेक कंपनी का सीईओ प्रति सैकंड 106 रुपए के हिसाब से 10 मिनट में उतना कमा लेगा, जितना घरेलू काम करने वाली महिला एक साल में कमाती है। महिलाएं और लड़कियां हर दिन 3.26 अरब घंटे बिना भुगतान के काम करती हैं। यह देश की इकोनॉमी में 19 लाख करोड़ रुपए के योगदान के बराबर है। यह राशि 2019 में देश के शिक्षा बजट (93 हजार करोड़ रुपए) से 20 गुना ज्यादा है।
ऑक्सफेम इंडिया के सीईओ अमिताभ बेहर का कहना है 'मौजूदा आर्थिक व्यवस्था में महिलाओं और लड़कियों को सबसे कम फायदा मिलता है। वे खाना पकाने, साफ-सफाई, बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल में अरबों घंटे बिताती हैं। उनका ये बिना भुगतान वाला योगदान हमारी अर्थव्यवस्था, कारोबार और समाज की गाड़ी का छिपा हुआ इंजन है। असमानता खत्म करने की नीतियों के बिना अमीरों और गरीबों के बीच फासला नहीं मिट सकता। हालांकि, कुछ देश इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।'
देश के 1% अमीरों की संपत्ति निचले तबके के 95.3 करोड़ लोगों यानी 70% आबादी की कुल संपत्ति से भी चार गुना ज्यादा ज्यादा है
दुनिया के 1% अमीरों की दौलत पूरी दुनिया की दौलत से दोगुनी